BHOG BHAJAN LYRICS भोग - बाजरा की रोटी खाले श्याम चूरमा ने भूल जावेगो
बाजरा की रोटी खाले श्याम चूरमा ने भूल जावेगो
तर्ज - होलिया में उड़े रे गुलाल
१. जाटनी के हाथ की बनी रे कमाल की
हांड़ी भर लायी कान्हा कड़ी और छाछ की
मिठो मिठो गुड़ लायी श्याम चूरमा ने भूल जावेगो
२. बाजरो हे एसो कान्हा ठण्ड नहीं लागेगी
दस बीस कोस कान्हा भागतो ही जावेगो
जोड़ा में आवेगी थारे जान चूरमा ने भूल जावेगो
३. बाजरा की रोटी साग दहीं को सबडको
खाएके मारेगो कान्हा मूंछ के रगड़को
अरे रोटी को करेगा गुणगान चूरमा ने भूल जावेगो
बाजरा की रोटी खले श्याम चूरमा ने भूल जावेगो
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