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RAM BHAJAN LYRICS राम भजन- रघुवर को संदेश मेरा बजरंगी पहुंचा देना

    तर्ज - कीर्तन की है रात बाबा आज म्हणे आनो है        रघुवर को संदेश मेरा बजरंगी पहुंचा देना      मेरा हाल बता देना ,रघुवर को सन्देश .......  १.  चरणों में रघुवर के  , प्रणाम कहकर के सुनाना हाल ये -२       लंकापति रावण आते न साधु बन ,बुना ये जाल है        हो.........       बिन पानी के नील जैसे हूँ यहाँ समझा देना        मेरा हाल सुना देना ,  रघुवर को सन्देश .......  २.  सांसो की माला से प्रभु का यहां सुमिरन करू दिन रात मेँ        मेरे लिए रघुवर तुम क्यों हुए निष्ठुर कहो क्या बात हे         हो.........  क्यों न सुनी पुकार        क्यों न सुनी पुकार मेरी भूलों को बिसरा देना         मेरा हाल सुना देना ,  रघुवर को सन्देश .......  ३.   तुम आये हो हनुमत ऐसा लगा जैसे कोई अपना साथ है  ...

RAM BHAJAN LYRICS राम भजन - राम से बड़ा राम का नाम

    राम से बड़ा राम का नाम     अंत में यही आएगा काम।  राम ........  १. जिस सागर को बिना सेतु के लाँघ सके न राम      लाँघ गए हनुमान उसी को, लाँघ गए हनुमान उसी को      लेकर राम का नाम।  राम ........  २. वो अभिमानी डूब जायेगे जा मुख नहीं हे राम       वो पत्थर भी तर जायेंगे ,वो पत्थर भी तर जायेंगे      जा पर लिखा राम का नाम।  राम ........  ३.  नाभि को तो चिंता हो रही नाम न हो बदनाम       द्रोपदी ने जब नाम पुकारा,  द्रोपदी ने जब नाम पुकारा      झट आ गये घनश्याम ।  राम ........  ४.  सुमिरीथ नाम रूप बिन देखे कौड़ी लगे न लगे छदाम       नाम के बांधे बंध आएंगे ,नाम के बांधे बंध आएंगे       आखिर एक दिन राम  ।  राम ........ 

GANESH JI BHAJAN LYRICS गणेश जी भजन - जय हो जय हो गजानंद तुम्हारी

    जय हो जय हो गजानंद तुम्हारी      कैसे करते हो मूसक सवारी  १. काज देवन के तुमने सवाँरे      शिव शंकर के तुम बड़े प्यारे      और गोरा तुम्हारी महतारी        जय हो जय हो गजानंद तुम्हारी      कैसे करते हो मूसक सवारी  २. विघ्न बांधा मिटने वाले      अपने भक्तो के हो रखवाले      तुम आदि देव अवतारी      जय हो जय हो गजानंद तुम्हारी      कैसे करते हो मूसक सवारी  ३. प्रथम पूजन का भाग ये पाया      सबका भाग तुमने बनाया      हम आये शरण तुम्हारी      जय हो जय हो गजानंद तुम्हारी      कैसे करते हो मूसक सवारी      

SAWARIYA BHAJAN LYRICS साँवरिया भजन - तूने कहाँ लगाई इति बार अरे ओ साँवरिया

तूने कहाँ लगाई इति बार अरे ओ साँवरिया  १. भरी सभा में द्रोपदी पुकारे आकर चीर बड़ा जा अरे ओ  साँवरिया      तूने कहाँ लगाई इति बार अरे ओ साँवरिया  २. भरी सभा में नरसि पुकारे आकर भात भरा जा अरे ओ  साँवरिया      तूने कहाँ लगाई इति बार अरे ओ साँवरिया  ३. करमा बाई तुझे बुलाये आकर भोग लगा जा अरे ओ  साँवरिया      तूने कहाँ लगाई इति बार अरे ओ साँवरिया  ४. जहर का प्याला राणा ने भेजा जहर का अमृत बना दे अरे ओ  साँवरिया      तूने कहाँ लगाई इति बार अरे ओ साँवरिया  ५. महाभारत में अर्जुन पुकारे आकर ज्ञान सुना जा अरे ओ  साँवरिया      तूने कहाँ लगाई इति बार अरे ओ साँवरिया 

GANESH JI BHAJAN LYRICS गणेश जी भजन - हरी हरी दूर्वा में खेले गजानंद

 हरी हरी दूर्वा में खेले गजानंद कोई गोद में उठा लो  १. गोद में उठाने ब्रह्माजी भी आये , गोद में उठाने विष्णुजी भी आये      ब्रह्माणी जी मल - मल नहला रही रे कोई गोद में उठा लो      लक्ष्मीजी बागे पहना रही रे कोई गोद में उठा लो  २. गोद में उठाने राम जी भी आये , गोद में उठाने कृष्ण जी भी आये      सीता जी तिलक लगाए रही रे कोई गोद में उठा लो      राधे जी उनको सजा रही रे कोई गोद में उठा लो  ३. गोद में उठाने शंकर जी भी आये , गोद में उठाने सारे भक्त भी आये      गोरा जी दूध पीला रही रे कोई गोद में उठा लो           सखिया तो झूला झुला रही रे कोई गोद में उठा लो      हरी हरी दूर्वा में खेले गजानंद कोई गोद में उठा लो   

KRISHNA BHAJAN LYRICS कृष्णा भजन - मोहन से दिल क्यों लगाया हे ये मैं जानू या तू जाने

मोहन से दिल क्यों लगाया है ये मैं जानू या तू जाने  छलिया से दिल क्यों लगाया है ये मैं जानू या तू जाने  १. हर बात निराली हे उसकी ,हर बात में हे एक टेड़ापन      टेढ़े पर दिल क्यों आया है, ये मैं जानूँ या तू जाने  २. जितना मैंने तुझे याद किया , इस जग ने मुझे बदनाम किया      बदनामी का फल क्या पाया है ये मैं  जानूँ या तू जाने  ३. तेरे प्यार ने दिल दिवाना किया, मुझे इस जग ने बैगाना किया      मैंने क्या खोया क्या पाया है ये मैं जानू या तू जाने  ४. मिलता भी हे वो मिलता भी नहीं, नज़रो से वो हटता भी नहीं      ये कैसा जादू चलाया है ये मैं जानूँ या तू जाने  ५. जितना मैने उसे याद किया , उतना ही उसके रंग में रंगा      ये रंग भी उसी ने चढ़ाया है ये मैं जानूँ या वो जाने  ६. मोहन का एक सहारा हे, वो अन्तर्यामी हमारा हे      वो मेरे दिल का प्यारा है ये में जानूँ या तू जाने 

RAM BHAJAN LYRICS (RAMAYAN ) राम भजन - शिक्षा दे रही जी हमको रामायण प्यारी

   शिक्षा दे रही जी हमको रामायण प्यारी     रामायण प्यारी हमको रामायण प्यारी  १. राजपाठ की गेंद बनाई खेले दोउ भाई     इधर राम हे उधर भरत हे दोनों ने ठोकर मारी     शिक्षा दे रही जी हमको रामायण प्यारी  २. पिता की आज्ञा मान राम ने करी वन की तैयारी      आजकाल के बेटे देखो पिता को देते गाली      शिक्षा दे रही जी हमको रामायण प्यारी  ३. राम को जाते देख सिया ने करी वन की तैयारी      आजकाल की नारी देखो राजभोग की प्यासी      शिक्षा दे रही जी हमको रामायण प्यारी  ४. राम को जाते देख लखन ने करी वन की तैयारी       आजकाल के भाई देखो लड़े मुकदमा बाजी       शिक्षा दे रही जी हमको रामायण प्यारी  ५. लक्ष्मण भैया देखो सिया को माता कहकर बोले      आजकाल के देवर देखो भाभी को अधनार बनावे      शिक्षा दे रही जी हमको रामायण प्यारी  ६. हनुमान जी ऐसे थे जो बाल ब्रह्मचारी       आ...